दोस्तों आजकल सभी को GST के बारे में तो पता होगा ही। ये एक सर्विस टैक्स है याने की कर। तो आपको पता है की भारत में GST कितने प्रकार के है? इसकी पूरी जानकारी हम इस आर्टिकल में जानेंगे तो ये आर्टिकल ध्यान से पढ़ो। ये GST के अप्रत्यक्ष टैक्स सिस्टम है। ये सिस्टम भारत के कई सारे अप्रत्यक्ष करों को बदलती है। ये एक राष्ट्रीय प्रोडक्ट्स और services पर लगाया जाता है। ये सिस्टम टैक्स लेने के लिए जिम्मेदार होती है। तो जानते है की GST क्या है और भारत में GST कितने प्रकार के है।
Table of Contents
GST 2024
नाम | GST |
प्रकार | Tax |
कब लागु किया | जुलाई 1, 2017 |
फुल फॉर्म | Goods and Services Tax |
काम | राष्ट्रीय प्रोडक्ट्स और services Tax |
GST क्या है | What is GST in hindi
दोस्तों GST क्या है? तो ये एक वस्तु और सेवा कर (GST) भारत में लागू किया गया एक कर है जिसका मुख्य उद्देश्य वस्तुओं और सेवाओं पर लगने वाले predetermined करों को एक सामान्य एवं organized प्रक्रिया में consolidated करना है। इससे व्यापारिक गतिविधियों में सुधार होता है और देश की अर्थव्यवस्था को स्थिरता प्राप्त होती है। जब GST लागू होता है, तो पूरे देश में वस्तुओं और सेवाओं पर एक ही कर लगता है, जिससे कर के बारे में समझना और इसे extinguish करना भी सरल होता है। GST का मुख्य उद्देश्य क्या है? ये भी जानते है।
भारत में GST कितने प्रकार के है | Types Of GST In Bharat in hindi
भारत में GST के चार प्रकार है जो निचे दिए हुए है।
सीजीएसटी (सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स)
सीजीएसटी (सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स) ये एक भारतीय कर सिस्टम में एक मुख्य कर है जो केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत के अलग अलग राज्यों के बीच करों की समानता और organization लाना है। सीजीएसटी केंद्र सरकार द्वारा प्रबंधित होता है और इसका नियंत्रण GST काउंसिल द्वारा किया जाता है। इसके अंतर्गत वस्तुओं और सेवाओं पर कर लगता है जो केंद्रीय स्तर पर संभाली जाती हैं। यह कर व्यापारिक activities को सरलता और एकता देने का प्रयास है।
एसजीएसटी (इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विस टैक्स)
एसजीएसटी (इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विस टैक्स) ये एक भारत में लागू किया गया एक प्रमुख कर है जो केंद्र और राज्य सरकारों के बीच के व्यापार को structured और सुव्यवस्थित करने के लिए बनाया गया है। एसजीएसटी विशेष रूप से अंतर-राज्य कारोबार के लिए लागू होता है, जैसे यदि एक राज्य से दूसरे राज्य में वस्तुओं या सेवाओं की खरीददारी की जाती है। इसका उद्देश्य राज्यों के बीच कर की समानता और structure लाना है। एसजीएसटी का प्रबंधन GST काउंसिल द्वारा किया जाता है जो केंद्र और राज्य सरकारों के बीच agreements को निर्धारित करता है।
आईजीएसटी (इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विस टैक्स)
आईजीएसटी (इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विस टैक्स) भारत में लागू किया गया कर है जो केंद्र और राज्य सरकारों के बीच व्यापार के लिए होता है। यह कर इंटरस्टेट ट्रांसफर्स ऑफ गुड्स और सर्विसेज पर लागू होता है, जैसे कि एक राज्य से दूसरे राज्य में वस्तुओं या सेवाओं की खरीददारी करने पर। आईजीएसटी का मुख्य उद्देश्य राज्यों के बीच कर की समानता और संरचितता लाना है। इसका प्रबंधन GST काउंसिल द्वारा किया जाता है, जो केंद्र और राज्य सरकारों के बीच संविदान और agreements को निर्धारित करता है।
यूटीजीएसटी (यूनिवर्सल ट्रांजेक्शन टैक्स)
यूटीजीएसटी (यूनिवर्सल ट्रांजेक्शन टैक्स) भारत में लागू किया गया एक कर है जो अगस्त 2022 से प्रभावी हो गया है। यह कर दुकानें और बाजारों के financial लेन-देन को स्वीकृत करने के लिए बनाया गया है। यूटीजीएसटी का मुख्य उद्देश्य cash लेन-देन को नियंत्रित करना और बेहतर टैक्स निर्धारण की गई राजनीति को support देना है। यह कर विभिन्न लेन-देन प्रणालियों को एक स्थिर और सामान्य structure में लेन-देन करने का प्रयास है।
GST का मुख्य उद्देश्य क्या है | What is the main objective of GST in hindi
GST का मुख्य उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था में एक systemic और supportable कर सिस्टम को लागू करना है। इसके कुछ मुख्य उद्देश्य निचे दिए हैं:
- समानता और structure: GST के माध्यम से, वस्तुओं और सेवाओं पर करों को एक सामान्य और structure तरीके से लागू किया जाता है। इससे व्यावसायिक activities में समानता और संरचना आती है और बाजार में अधिक एकत्रितता और व्यापार को बढ़ावा मिलता है।
- टैक्स लेन-देन की सुविधा: GST के लागू होने से टैक्स लेन-देन की प्रक्रिया में सुधार होता है। एक सामान्य और structure कर सिस्टम के माध्यम से, व्यवसायिक लेन-देन प्रक्रिया में कमी आती है और अधिक inactivity से बचाव होता है।
- अर्थव्यवस्था में स्थिरता: GST का लक्ष्य अर्थव्यवस्था में स्थिरता और विकास को प्रोत्साहित करना है। एक आर्गेनाइजेशन कर सिस्टम के माध्यम से, अर्थव्यवस्था में निरंतरता और उत्पादकता को बढ़ावा मिलता है।
- कर के प्रक्रियाओं में सरलता: GST के लागू होने से कर प्रक्रियाओं में सरलता और पारदर्शिता आती है। व्यवसायियों को अपने करों को समय पर जमा करने और देश के विकास में योगदान करने का सुविधाजनक माध्यम प्राप्त होता है।
FAQ’s
भारत में कितने GST हैं?
जीएसटी के तहत, वस्तुओं और सेवाओं को निम्न दरों पर लगाया जाता है, 0%, 5%, 12%, 18% और,28% है।
GST कौन लगाता है?
वस्तुओं के उत्पादन व सेवाओं पर कर लगाने का अवधकार केंद्र सरकार के पास है।
GST की गणना कैसे की जाती है?
जीएसटी राशि = (मूल लागत*जीएसटी दर प्रतिशत) / 100 । शुद्ध मूल्य = मूल लागत + जीएसटी राशि।
Conclusion
दोस्तो उम्मीद करते है कि आप को हमारा यह Article अच्छा लगा होगा। आशा करते है की आपको भारत में GST कितने प्रकार के है इसकी जानकारी समझ आ गई होगी। GST का मुख्य उद्देश्य क्या है? आपको इसके बारे में पूरी जानकारी इस Article में मिली होगी। यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधारना होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीचे Comments में बता सकते हैं। आपको यह Article कैसा लगा हमें Comment मे जरूर बताना।
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