Sindhutai Sapakal Biography in Hindi – Indian Social Worker (भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता) 2022

दोस्तो आज के इस article Sindhutai Sapakal Biography in Hindi – Indian Social Worker (भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता) मे हम बहुत बडे व्यक्तिमत्त्व के बारे मे जानेंगे. उनका नाम है सिंधुताई सपकाळ. आप सबने सिंधुताई सपकाळ के बारे मे जरूर सुना ही होगा. उन्होने अपने जीवन मे बहुत कुछ सहने के बावजूद अपना पुरा जीवन अनाथ बच्चो के लिए समर्पित कर दिया. इस लिये उन्हे अनाथ बच्चो की “माई” कहा जाता है.

भारतीय महिला के लिए जीवन जीना कभी आसान नहीं होता चाहे वह गरीब हो या अमीर उसे अपने जीवन में परिस्थितियों का सामना करना ही पड़ता है. उन परिस्थितियों का जमकर सामना करना बहुत ही मुश्किल काम है ऐसी एक व्यक्तिमत्व है जिनके बारे में आज हम उनकी कहानी जानने की कोशिश करेंगे तो चलिए विस्तार रुप मे सिंधुताई सपकाळ की कहानी इस article Sindhutai Sapakal Biography in Hindi – Indian Social Worker (भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता) मे जानते है.

नाम (Name)सिंधुताई सपकाल
जन्म (Date of Birth) 14 नवंबर 1948
मृत्यु (Date of Death) 4 जनवरी 2022
जन्म स्थान (Birth Place) महाराष्ट्र के वर्धा जिले में
पिता का नाम (Father Name) अभिमान जी साथे
पति का नाम (Husband Name) श्रीहरी सपकाल
जाति (Caste) ज्ञात नहीं
पेशा (Profession) भारतीय समाज सुधारक
शिक्षा (Education) कक्षा चौथी
Sindhutai Sapakal Biography
Sindhutai Sapakal Biography in Hindi

सिंधुताई जन्म और शिक्षा (Birth and education)

सिंधुताई सपकाळ का जन्म 14 November 1948 मैं महाराष्ट्र के वर्धा जिले में हुआ उनके पिताजी चर्वाह (जानवरों को चराने वाला) थे और उनका नाम अभिमान साठे था. वह घर की बेटी होने के कारण उन्हें सब पसंद नही करते थे और उनका नाम चिंदी (कपड़े के फटे हुए टुकड़े) रखा था. पर उनके पिताजी सिंधु ताई को पढ़ाना चाहते थे और कुछ बड़ा करना चाहते थे इसलिए वह उनकी मां के खिलाफ जाकर उन्हें स्कूल भेजते थे. उनकी आर्थिक परिस्थिति बहुत ही कमजोर थी जब वे चौथी कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद उनको घर की जिम्मेदारी और बाल विवाह के कारण उनको अपनी शिक्षा छोड़नी पड़ी.

सिंधुताई सपकाळ विवाह और प्रारंभिक जीवन (marriage life and early life)

सिंधुताई सिर्फ 10 साल की थी तब उनकी शादी करी गई थी उनसे बड़े व्यक्ति श्री हरि सपकाल उनसे हुई थी. जब वह 20 साल की थी तब वह तीन बच्चों की मां बन चुकी थी. उनका जीवन चुनौतियों से भरा था. उनके गांव में मजदूरों को उनके पैसे नहीं दिए जाते थे इसके खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई और अपने जमीनदार की शिकायत जिला अधिकार के पास कर दी. इस अपमान का बदला लेने के लिए जमींदार ने उनके पति श्री हरि को प्रवृत्त किया कि वह सिंधुताई को घर से बाहर निकाल दे और तब वह 9 महीने की गर्भवती थी सिंधुताई ने तबेले में एक बेटी को जन्म दिया जब भी अपनी मां के घर गई तो उन्होंने उसे रहने नहीं दिया वहां से भी उनको निकाल दिया तब उनके पिताजी का देहांत हो चुका था. सिंधुताई अपने बेटी के साथ स्टेशन पर रहने लगी जीवन जगने के लिए वह भीख मांगने लगी रात में अपने बेटी को और खुद को सुरक्षित रखने के लिए वह शमशान में रहती थी. उनकी यह कठिन परिस्थितियों में उन्होंने यह अनुभव किया कि यहां कितने सारे अनाथ बच्चे हैं जिनको एक मां की जरूरत है. तभी उन्होंने ठान लिया कि जो भी बचा उनके पास आएगा वह उनकी मां बनेगी. उन्होंने अपनी खुद की बेटी को श्री दगड़ुशेठ हलवाई पुणे वहा गोद दे दिया ताकि वह उन सारे अनाथ बच्चों की मां बन सके और उन्हें कोई कमी महसूस ना हो.

सिंधुताई सपकाळ की कहानी (Sindhutai Sapakal Inspiring Story)

सिंधुताई एक समाज सुधारक है उन्होंने अपना पूरा जीवन अनाथ बच्चों के लिए समर्पित कर दिया इसलिए उनको माई कहा जाता है. उन्होंने 1050 बच्चों को गोद लिया है. उनका परिवार बहुत बड़ा है उनको 207 दामाद और 36 बहुए हैं और 1000 से भी ज्यादा पोते पोतिया है. सिंधुताई सपकाल ने गोद लिए हुए बच्चे बहुत ही बड़े मुकाम पर है कोई वकील है कोई डॉक्टर है तो कोई अभियंता है और उनकी खुद की बेटी एक वकील है. सिंधुताई को 273 पुरस्कार मिले हैं उनमें से एक अहिल्याबाई होळकर पुरस्कार है. जो कि पुरस्कार महाराष्ट्र द्वारा स्रियाँ और बच्चों के लिए अपना जीवन समर्पित किए हुए समाज कार्यकर्ताओं को मिलता है. पुरस्कार में मिले हुए पैसे का उपयोग व अनाथ आश्रम के लिए करती है 2010 में सिंधुताई सपकाल के ऊपर एक मराठी फिल्म बनाई गई थी उसका नाम “मी सिंधुताई सपकाळ” है. वह फिल्म लंदन में 54 फिल्म महोत्सव में लगाई गई थी. सिंधुताई के पति श्री हरि जब 80 साल के हुए तब उनके पास वापस आए थे. उन्होंने ने अपने पति को एक बेटी के रूप में स्वीकारा था क्योंकि वह अब सब की मां बन गई थी और वह गर्व से कहती है कि वह (श्रीहरि सपकाल) उनका बड़ा बेटा है.

पुरस्कार प्राप्ती (Achievement and Awards)

सिंधुताई सपकाळ को अपने सामाजिक कार्य के लिए बहुत सारे अवार्ड के लिए सम्मानित किया गया है. तो चलिए देखते सिंधुताई सपकाल की पुरस्कार प्राप्ती (Achievement and Awards)

  • 1992 ‐ अग्रणी सामाजिक योगदान कर्ता पुरस्कार ( leading social contributor award )
  • 1996 ‐ दत्तक माता पुरस्कार
  • 2008 – वुमन ऑफ द ईयर अवार्ड ( woman of the year ) दैनिक मराठी वर्तमान पत्र लोकसत्ता द्वारा दिया गया.
  • 2010 – अहिल्याबाई होल्कर पुरस्कार
  • 2012 – कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग ( College of engineering ) पुणे द्वारा दिया गया COEP गौरव पुरस्कार
  • 2012 – रियल हीरोज अवार्ड ( Real Heros Award ) CNN- IBN and Reliance Foundation द्वारा दिया गया.
  • 2013 – दी नेशनल अवार्ड फॉर आईकॉनिक मदर ( The national Award for Iconic Mother ) ( प्रतिष्ठित मां के लिए पुरस्कार )
  • 2013 – मदर टेरेसा अवॉर्ड फॉर सोशल जस्टिस ( Mother Teresa Award For Social Justice )
  • 2014- बसवा भूषण पुरस्कार 2014 अवार्ड
  • 2015 – अहमदिया मुस्लिम शांति पुरस्कार वर्ष ( piece prize of the year )
  • 2016 – सोशल वर्कर ऑफ द ईयर अवार्ड ( Social Worker of the year Award ) वॉकहार्ट फाउंडेशन
  • सह्याद्री हिरकानी अवार्ड
  • राजाई पुरस्कार
  • शिवलीला गैरव पुरस्कार

सिंधुताई सपकाळ के संगठन (Organization of Sindhutai)

  • सन्मति बाल निकेतन, भेल्हेकर वस्ति, हडपसर पुणे
  • ममता बाल सादन, कुम्भरवालन, सस्वाद
  • माई आश्रम चिखलदरा, अमरावती
  • अभीमान बाल भवन, वर्धा
  • गंगाधरबाबा छात्रालय गुहा
  • सप्तसिंधु महिला अधर बालसंगोपन आणि शिक्षण संस्था पुणे

निधन : 4 जनवरी 2022

अनाथ बच्चोंकी सेवा करनेवाली भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता ( Indian Social Worker ) और पद्मश्री पुरस्कार विजेता सिंधुताई सपकाल निधन मंगलवार 4 January 2022 को पुणे में हुआ. कहा जा रहा है कि उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हो गया. वह 73 साल की थी. रात 8 बजकर 10 मिनट पर उनका निधन हुआ.

Conclusion

दोस्तो उम्मीद करते है कि आप को हमारा यह Article अच्छा लगा होगा. आशा करता हु की आपको Sindhutai Sapakal Biography in Hindi – Indian Social Worker ( भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता ) यह समझ आ गया होगा. आपको इसके बारे में पूरी जानकारी इस Article में मिली होगी.

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सिंधुताई सपकाळ का जन्म दिन कब है ? / (Sindhutai Sapkal Date of Birth)

14 November 1948 (सिंधुताई सपकाळ का जन्म 14 November 1948 हुआ था)

सिंधुताई सपकाळ की शादी किस उम्र मे हुई थी ?

सिंधुताई सिर्फ 10 साल की थी तब उनकी शादी करी गई थी उनसे बड़े व्यक्ति श्री हरि सपकाल उनसे हुई थी.

सिंधुताई सपकाळ को कितने पुरस्कार मिले है ?

सिंधुताई सपकाळ को 273 पुरस्कार मिले है.

सिंधुताई सपकाळ का मृत्यू कब हुआ ? / (Sindhutai Sapkal Date of Died)

4 January 2022 (सिंधुताई सपकाळ का निधन मंगलवार 4 January 2022 को पुणे में हुआ.)

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