दोस्तों VPN क्या है? इसका मतलब है Virtual Private Network. इसके नाम में ही इसका मतलब है नाम से ही ये नेटवर्क है। ये devices के बिच कम्युनिकेशन करने का काम करता है। इंटरनेट की मदद से ये काम करता है। ये नेटवर्क बहोत secure होता है। तो इस आर्टिकल में जानते है की VPN क्या है और VPN का उपयोग क्यों किया जाता है। तो ये आर्टिकल ध्यान से पढ़ो।
Table of Contents
VPN 2024
नाम | वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क(VPN) |
कब लॉन्च किया गया | 1996 |
किस कंपनी ने बनाया | Microsoft/ Cisco |
काम | एक सुरक्षित और Confidential इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करना। |
मुख्य 3 प्रकार | रिमोट एक्सेस साइट to साइट एक्सट्रानेट बेस्ड साइट to साइट |
VPN क्या है | What is VPN in hindi
दोस्तों VPN एक technique है जो इंटरनेट या नेटवर्क के माध्यम से डेटा को सुरक्षित रूप से ट्रांसफर करने में मदद करती है। जब भी आप VPN का उपयोग करते हैं तो आपके डेटा को एन्क्रिप्टेड टैनल में बंद किया जाता है जिससे आपकी activity को सुरक्षित रखा जा सकता है। यह VPN technique आपकी activities को confidential रूप में रख सकती है। VPN का उपयोग अलग-अलग कामों के लिए किया जा सकता है जैसे ऑनलाइन सुरक्षा, नेटवर्क की स्वतंत्रता और अलग-अलग sites और services तक पहुंच प्राप्त करना इनमें शामिल होता है।
उदाहरण के साथ जानते हैं कि VPN क्या है? जब आप आपके कोई भी बिज़नेस काम के लिए बाहर चले जाते है और आपको किसी होटल में रुकना पड़ता है तो आपके काम के लिए इंटरनेट की जरुरत होती है लेकिन आपको ट्रस्टेड नेटवर्क की आशा नहीं होती है। इस situation में आप VPN सर्विस का उपयोग कर सकते है। VPN कैसे काम करता है, ये जानना भी जरुरी है।
VPN कैसे काम करता है | How Does VPN Works in hindi
VPN कैसे काम करता है, दोस्तों यूजर को एक सुरक्षित रूप की इंटरनेट सर्विस की जरुरत होती है तो VPN काम में आता है। यूजर VPN क्लाइंट का उपयोग करके VPN सर्विस को कनेक्ट करता है। ये VPN प्रोटोकॉल से ऑपरेट होता है। जब VPN कनेक्शन established होता है तो सभी डेटा पैकेट्स एन्क्रिप्ट किये जाते है। क्योंकि सिर्फ VPN सर्वर को हो उनको डिक्रिप्ट करने की permission होती है।
तो इससे confidentiality सुनिच्छित होती है। एन्क्रिप्टेड डाटा पैकेट्स को tunnel की माध्यम से भेजा जाता है। ये एक नेटवर्क कनेक्शन होता है जो VPN सर्वर और यूजर के डिवाइस के बीच established किया जाता है। VPN सर्वर यूजर की डिमांड को प्राप्त करता है और उसे इंटरनेट पर जवाब को send करने के लिए सर्वर का सिलेक्शन करता है। जैसे आप अमेरिका में हैं और एक यूरोपीय साइट तक पहुंच प्राप्त करना चाहते हैं, तो VPN सर्वर यूरोप में होगा।
जब यूजर VPN सर्विस का उपयोग करना बंद करता है तो कनेक्शन समाप्त होता है और VPN सर्वर और यूजर के बीच कम्युनिकेशन बंद हो जाता है। जानते है की VPN का उपयोग क्यों किया जाता है और Virtual Private Network के प्रकार क्या है।
VPN का उपयोग क्यों किया जाता है | Why Use a Virtual Private Network in hindi
VPN का उपयोग क्यों किया जाता है, VPN का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जिनमें से कुछ मुख्य निचे दिए हैं:
- Online Security
- Network Freedom
- Online Privacy
- Access to Retail Information
- Video Streaming and Games
Virtual Private Network के प्रकार क्या है | Types of VPN in hindi
Virtual Private Network के प्रकार क्या है? वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) के अलग अलग प्रकार है।
रिमोट एक्सेस VPN
ये VPN का प्रमुख प्रकार है। Commercial use के लिए ये बहोत उपयोगी है। इसका उपयोग करने के लिए अलग अलग place से employee को रिमोट नेटवर्क से कम्युनिकेशन करने की अनुमति प्रदान की जाती है। इस प्रकार के VPN का उपयोग कार्यालय, कार्यक्षेत्र या non-organized places से नेटवर्क तक पहुंच के लिए किया जाता है।
उदाहरण: सोचिये आप एक कंपनी के employee है और आपको अपने घर से काम करने की permission मिलती है। आपके काम के लिए आपको कंपनी के internal नेटवर्क तक पहुंच की आवश्यकता होती है, जैसे कि फाइल्स का एक्सेस, ईमेल, या अन्य internal कम्युनिकेशन के लिए।
इस situation में आप रिमोट एक्सेस VPN का उपयोग करके आप अपने घर से अपने कंप्यूटर या लैपटॉप को कंपनी के internal नेटवर्क से कनेक्ट कर सकते है। VPN tunnel के माध्यम से confidential रूप से जोड़ा जाता है जिससे आपका इंटरनेट ट्रैफिक सुरक्षित रहता है।
साइट-टू-साइट VPN
इसका नाम ही साइट to साइट है तो इस प्रकार के VPN में दो या दो से अधिक place के नेटवर्क को एक साथ जोड़ा जाता है। यह यूजर को एक place से दूसरे place नेटवर्क तक सुरक्षित रूप से पहुँचने की अनुमति देता है। जैसे कि किसी कंपनी के विभागों के बीच सुरक्षित कनेक्शन होता है।
उदाहरण: सोचिये आप एक MNC में नेटवर्क इंजीनियर है। आपकी कंपनी के main branch चेन्नई में है, और आपके कंपनी के कुछ sub-branch बंगलौर, मुंबई, और पुणे में हैं। आपको अपने सभी branches के बीच एक सुरक्षित और कम्युनिकेशन कनेक्शन स्थापित करने की आवश्यकता है ताकि employee अपने डेटा और नेटवर्क resources का सही से उपयोग कर सकें।
इस situations में आप Site To Site VPN का उपयोग कर सकते है। आप एक VPN tunnel की माध्यम से चेन्नई में main branch से अन्य branches के बीच सुरक्षित कनेक्शन स्थापित कर सकते हैं। इसी तरह, कंपनी के सभी branches एक कम्युनिकेशन नेटवर्क का part बन जाते हैं, जिससे employee easy से डेटा और रिसोर्सेज़ को शेयर कर सकते हैं।
एक्सट्रानेट बेस्ड Site to Site VPN
एक्सट्रानेट बेस्ड साइट to साइट VPN एक ऐसी प्रोसेस है जिसमें एक organized organization की Commercial नेटवर्क के outside located साइटों के बीच सुरक्षित कनेक्शन स्थापित किया जाता है। इसका उपयोग उस समय किया जाता है जब एक कंपनी के sub branch एक दूसरे के साथ जुड़ी होती हैं और सुरक्षित रूप से डेटा और कम्युनिकेशन करने की आवश्यकता होती है।
उदाहरण: सोचिए एक बड़ी कंपनी की main branch पुणे में है और इसकी कुछ sub branch नाशिक में हैं। अब, इस कंपनी को पुणे के main branch से नाशिक के sub branch तक सुरक्षित कनेक्शन की आवश्यकता है ताकि employee सुरक्षित रूप से डेटा और कम्युनिकेशन कर सकें। इसके लिए, एक्सट्रानेट बेस्ड साइट to साइट VPN का उपयोग किया जाता है, जिससे इन sites के बीच सुरक्षित कनेक्शन स्थापित किया जा सकता है।
VPN आपके IP Address की सुरक्षा कैसे करता है | How a VPN protects your IP address in hindi
VPN एक technique है जो इंटरनेट पर confidentiality और सुरक्षा प्रदान करने में मदद करती है। VPN का प्रमुख उपयोग ही IP Address को छिपाना है। जब आप एक VPN सर्विस का उपयोग करते है तो आपका डेटा सार्वजानिक इंटरनेट की माध्यम से नहीं जाता है। VPN सर्वर की माध्यम से जाता है। ये सब प्रोसेस में आपका actual IP Address छिप जाता है। और आपके डाटा को सुरक्षित रूप से ट्रांसफर किया जाता है।
इसके अलावा, आप किसी अन्य देश में एक VPN सर्वर का उपयोग कर रहे है, तो आपका डेटा उस देश के IP Address से प्रेरित होता है, जिससे आपका actual place भी छिप जाता है। ये VPN आपकी ऑनलाइन confidentiality को बढ़ावा देता है, जिससे आप अपनी पर्सनल जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं, और आपकी ऑनलाइन activities को पर्सनल रूप से रखा जा सकता है।
VPN और Internet में क्या अंतर है | Difference Between VPN And Internet in hindi
VPN (Virtual Private Network) | Internet |
VPN एक technique है जो आपकी ऑनलाइन confidentiality और सुरक्षा को प्रोवाइड करती है। | इंटरनेट एक विशाल नेटवर्क है जो अलग अलग डिवाइसों और सर्वरों को जोड़ता है। |
Confidentiality और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए, सार्वजनिक इंटरनेट से डेटा को ट्रांसमिट करते समय VPN का उपयोग किया जाता है। | वेबसाइटों, एप्लिकेशन, ईमेल, फ़ाइलें, और अन्य डिजिटल कंटेंट को एक नेटवर्क के माध्यम से कम्यूनिकेट करने के लिए इंटरनेट का उपयोग किया जाता है। |
इनमे सभी डेटा को एक इंक्रिप्टेड tunnel के माध्यम से passed किया जाता है, जो डेटा को सुरक्षित बनाता है। | इंटरनेट पर कई अलग अलग प्रोटोकॉल का उपयोग किया जाता है, जिनमें से कुछ डेटा को इंक्रिप्ट कर सकते हैं और कुछ नहीं। |
पर्सनल कम्युनिकेशन, लोकेशन को छिपाता है और एक दूसरे देश से ऑनलाइन कम्युनिकेशन करने की सुविधा प्रदान करता है। | पर्सनल कम्युनिकेशन को भी लोकेशन को दिखाता है, जिससे आपकी place और आपकी ऑनलाइन activities के बारे में जानकारी प्रदान की जा सकती है। |
VPN सेवा, VPN क्लाइंट सॉफ़्टवेयर ये इसके प्रोडक्ट है। | इंटरनेट सेवा provider, इंटरनेट ब्राउज़र, device ये इसके प्रोडक्ट है। |
VPN Setting कैसे करे | How to make VPN Setting in hindi
आपके मन में आता है क्या VPN Setting कैसे करे? तो ये जानने के लिए निचे स्टेप्स दिए है:
- VPN सर्विस सेलेक्ट करे।
- App डाउनलोड करना होगा।
- App में लॉग इन करें।
- सर्वर का सिलेक्शन करना होगा।
- सेटिंग्स को कॉन्फ़िगर करें।
- VPN कनेक्शन चालू करें।
क्या VPN को फ्री में इस्तेमाल कर सकते है | Can we use VPN for free in hindi
कई सारी VPN services फ्री में उपलब्ध होती है। लेकिन फ्री VPN services के उपयोग के लिए कुछ limitations होती है। जैसे कि स्थानिक सर्वर की संख्या, डेटा बैंडविड्थ, और सर्विस की गुणवत्ता। फ्री VPN services usually छोटी डेटा बैंडविड्थ या कम्युनिकेशन क्षमता प्रदान करती हैं, इसलिए यदि आप अधिक डेटा या स्पीड की आवश्यकता है, तो आपको प्रीमियम VPN सर्विस का उपयोग करना पड़ सकता है। कुछ फ्री VPN सर्विसेज आपके डेटा को बेच सकती हैं या अलग तरीके से आपकी confidentiality को damage पहुंचा सकती हैं। इसलिए, जब भी फ्री VPN सर्विसेज का उपयोग करें, तो सवधानी रखे और verified और trusted सर्विस का सिलेक्शन करें।
FAQ’s
VPN कैसे चलता है?
User अपने वीपीएन का उपयोग करके वेब से जुड़ता है, तो उसका कंप्यूटर वीपीएन द्वारा बनाए गए एन्क्रिप्टेड कनेक्शन के माध्यम से वेबसाइटों को जानकारी सबमिट करता है।
हम मोबाइल में VPN का उपयोग क्यों करते हैं?
आपके डिवाइस से आने-जाने वाले इंटरनेट डेटा को छुपाता है । वीपीएन सॉफ्टवेयर आपके डिवाइस पर रहता है – चाहे वह कंप्यूटर, टैबलेट या स्मार्टफोन हो।
बिना Apps के VPN का उपयोग कैसे करें?
“सेटिंग्स” पर जाएं, “वायरलेस और नेटवर्क” → “अधिक सेटिंग्स” → “वीपीएन” → “वीपीएन नेटवर्क जोड़ें” पर टैप करें। “वीपीएन नेटवर्क संपादित करें” के अंतर्गत नीचे दिखाए अनुसार आवश्यक जानकारी fill करें ।
सुरक्षित VPN कौन सा है?
नॉर्डवीपीएन एक सुरक्षित और विश्वसनीय वीपीएन प्रदाता है जिस पर दुनिया भर के लाखों उपयोगकर्ता भरोसा करते हैं।
एक VPN की Cost कितनी है?
Cost $2 और $18 प्रति माह के बीच है।
मोबाइल में VPN का क्या उपयोग है?
आपकी ऑनलाइन गतिविधियों की सुरक्षा करती है और वेब ब्राउज़ करते समय आपकी गुमनामी बनाए रखती है ।
VPN को कैसे Track करें?
वीपीएन का उपयोग करके आपको ट्रैक नहीं किया जा सकता क्योंकि यह आपके डेटा को एन्क्रिप्ट करता है।
Conclusion
दोस्तो उम्मीद करते है कि आप को हमारा यह Article अच्छा लगा होगा। आशा करते है की आपको VPN क्या है इसकी जानकारी समझ आ गई होगी। VPN और Internet में क्या अंतर है। Virtual Private Network के प्रकार क्या है? आपको इसके बारे में पूरी जानकारी इस Article में मिली होगी। यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधारना होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीचे Comments में बता सकते हैं। आपको यह Article कैसा लगा हमें Comment मे जरूर बताना।
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