डीपफेक क्या है | कैसे काम करता है?

दोस्तों, डीपफेक क्या है? ये आजकल बहोत सारे AI के tools launched हो रहे है। लोग ज्यादा उपयोग भी करने लगे है। इस टूल्स का उपयोग करने से काम जल्दी होते है। काम समय लगता है। जहा manually 10 से 20 लोग काम करते है वहां सिर्फ 5 से 10 लोग ही काम करते है। ऐसे ही ये DeepFake भी एक AI का ही टूल है। सब लोग, कई companies AI Tools का use कर रहे है।

AI Tools ने सब जगह शोर मचा रखा है। ये Tools का use करके आपका कोई भी काम बहोत जल्दी होता है और proper तरीके से होता है। तो इस article में देखते है की deepfake kya hai? और DeepFake Video Kaise Banaye।

DeepFake AI In hindi

नामDeepFake AI
कामकिसी चेहरे के आधार पर उसे दूसरे चेहरे में बदलना
launched yearMarch 2020
Official वेबसाइटhttps://fakeai.io/
ExamplesDeepFaceLab
FaceSwap
ReFace

डीपफेक क्या है | What is DeepFake in hindi

दोस्तों डीपफेक क्या है? ये एक AI Technology है। DeepFake एक technique है जिसमें Personal और अलग अलग विशेषताओं को डिजिटल रूप में नकली बनाया जाता है। यह technique डीप लर्निंग और जेनरेटिव एड्सर्सरी नेटवर्क्स उपयोग करती है, जिससे Personal को अन्य चेहरे, आवाज, और activities के साथ edit किया जा सकता है। यह Technique मीडिया, वीडियो, फोटोग्राफी, और अन्य डिजिटल कंटेंट में अलग अलग purposes के लिए उपयोग की जाती है, जैसे कि मनोरंजन, फोरेंसिक Research, आदि।

इसे उदाहरण के रूप में वीडियो या फोटोशॉप में फेस स्वैप करके बनाए गए नकली वीडियोज़ या चित्रों में देखा जा सकता है। DeepFake Detection कैसे काम करता है ये जानते है।

डीपफेक क्या है
DeepFake

DeepFake Detection कैसे काम करता है | How Does DeepFake Detection works in hindi

डीपफेक डिटेक्शन (DeepFake Detection) technique का काम नकली वीडियो या फोटोग्राफी को पहचानने में मदद करना है। यह technique अलग अलग उपायों का उपयोग करती है ताकि नकली और standard subjects के बीच की अंतरिक्ष को शान्त रूप से पहचान सके। निचे कुछ मुख्य technique है जो डीपफेक डिटेक्शन में उपयोग होते हैं:

  1. विशेषता विश्लेषण: यह technique उस व्यक्ति या वस्तु के चेहरे या characteristics को ध्यान में रखता है जिसे पहचाना जा रहा है। यह शामिल कर सकता है चेहरे की आंखों का स्थान, होंठों का आकार आदि।
  2. डीप लर्निंग: यह एक प्रमुख technique है जो नकली और standard subjects के बीच की space को शान्त रूप से पहचानने में मदद करती है। डीप लर्निंग एल्गोरिदम्स नकली और standard चेहरों के बीच की स्थिति या अंतर को सीखते हैं और उन्हें पहचानने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  3. एडवर्से नेटवर्क्स: इस तकनीक में, नकली वीडियोज़ या चित्रों को पहचानने के लिए एक प्रकार का अभ्यास होता है जिसमें नकली चेहरे या विशेषताओं को विशेष रूप से ट्रेन किया जाता है। इससे सिस्टम को नकली और standard चेहरों को पहचानने के लिए ज्यादा सक्षमता मिलती है।
  4. फोरेंसिक टेक्निक्स: कुछ टेक्निक्स नकली वीडियोज़ या चित्रों के विशेषताओं को पहचानने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि पिक्सल विश्लेषण, Shadow और रोटेशन के प्रमाणों की जांच, और अन्य तकनीकें।

DeepFake Video कैसे बनाएं | How to make DeepFake Video in hindi

आपके मन में सवाल आता है की DeepFake Video Kaise Banaye जाते है। तो ये वीडियो बनाने के लिए सिंपल easy 3 Steps है जैसे की:

  1. पहले एक AI अवतार सीलेक्ट करे। 160+ डीपफेक वीडियो अवतारों में से चुनें या अपना स्वयं का कस्टम अवतार बनाएं। किसी अभिनेता या कैमरे की आवश्यकता नहीं होती है।
  2. अपना टेक्स्ट टाइप करें। बस अपना टेक्स्ट टाइप करें या अपलोड करें। ये 120+ भाषाओं का सपोर्ट करता हैं।
  3. वीडियो बनाएं। आपकी डीपफेक वीडियो फ़ाइल कुछ ही मिनटों में बन जाएगी।

DeepFake के फायदे क्या है | Advantages Of DeepFake in hindi

DeepFake के फायदे:

  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • फिल्म और टेलीविजन
  • डिजिटल व्यावसायिकता
  • विज्ञानिक स्टडी

DeepFake के नुकसान क्या है | Disadvantages Of DeepFake in hindi

DeepFake के नुकसान:

  • Threat Priority
  • व्यक्तिगत अवमान
  • फेक न्यूज़ और मिसइनफार्मेशन
  • जवाबदेही की कमी

FAQ’s

पहला DeepFake क्या था?

 2017 में इस्तेमाल किया जाने लगा जब एक रेडिट मॉडरेटर ने “डीपफेक” नामक एक सबरेडिट बनाया और वीडियो पोस्ट करना शुरू किया।

Deepfake वीडियो क्या है?

डीपफेक एक एडिटेड वीडियो होता है जिसमें किसी अन्य के चेहरे को किसी अन्य के चेहरे से बदल दिया जाता है।

DeepFake Video बनाने में कितना समय लगता है?

इस प्रक्रिया में सीखने और प्रशिक्षण के लिए चार घंटे और चेहरे की अदला-बदली के लिए अतिरिक्त 30 मिनट लग सकते हैं।

डीपफेक इमेज कैसे बनाई जाती है?

डीपफेक एक प्रकार के तंत्रिका नेटवर्क पर निर्भर करते हैं जिसे ऑटोएनकोडर कहा जाता है । इनमें एक एनकोडर होता है, जो एक छवि को कम आयामी अव्यक्त स्थान पर ले जाता है, और एक डिकोडर, जो अव्यक्त प्रतिनिधित्व से छवि का पुनर्निर्माण करता है।

डीपफेक कितना अच्छा है?

डीपफेक तकनीक बहुत शक्तिशाली हो सकती है और इसका उपयोग कई उत्पादक तरीकों से भी किया जा सकता है । 

Conclusion

दोस्तो उम्मीद करते है कि आप को हमारा यह Article अच्छा लगा होगा। आशा करते है की आपको डीपफेक क्या है इसकी जानकारी समझ आ गई होगी। DeepFake Video kaise banaye? आपको इसके बारे में पूरी जानकारी इस Article में मिली होगी। यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधारना होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीचे Comments में बता सकते हैं। आपको यह Article कैसा लगा हमें Comment मे जरूर बताना।

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